
आदरणीय मंच, आदरणीय गुरुजन, और मेरे सभी प्रिय मित्रों,
आज गणतंत्र दिवस के इस शुभ अवसर पर हम सभी यहां एकत्र हुए हैं। आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
इस पावन दिन पर, मैं आपसे निवेदन करता हूं कि मेरे विचारों को ध्यानपूर्वक सुनें। आज हम अपने गणतंत्र की … वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
गणतंत्र दिवस हमारे राष्ट्रीय पर्वों में से एक है, जिसे हम हर साल 26 जनवरी को मनाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हम 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं?
दरअसल, 26 जनवरी 1929 को लाहौर में रावी नदी के तट पर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत को पूर्ण स्वतंत्रता का संकल्प लिया था। इसके बाद, स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद, नवंबर 1949 में हमारा संविधान तैयार हुआ और इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। इसी दिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। तब से हम हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं।
हमारे स्कूल और कॉलेजों में इस दिन को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
यह वह दिन है जब हर भारतीय अपने देश पर गर्व करता है। हर स्कूल, कॉलेज, और कार्यालय में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। लोग अपने राष्ट्र के प्रति प्रेम और सम्मान प्रकट करते हैं।
हमें इस दिन यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने गणतंत्र की एकता और अखंडता को बनाए रखेंगे और अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहेंगे।
“सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्ताँ हमारा।
हम बुलबुले हैं इसकी, यह गुलिस्ताँ हमारा।”
!! वंदे मातरम् !!