विद्यार्थ्यांचा शिकण्याचा प्रवास हा पाठ्यपुस्तके आणि वर्गातील अध्यापनाच्या मर्यादेपलीकडे आहे.विहित अभ्यासक्रमाबाहेरील साहित्यात गुंतणे केवळ जगाबद्दलचे आपले आकलन समृद्ध करत नाही तर आपला दृष्टीकोन विस्तृत करते,सहानुभूती वाढवते आणि आपली कल्पनाशक्ती प्रज्वलित करते. या लिंकमध्ये आम्ही विद्यार्थ्यांसाठी अवांतर वाचनाचे मूल्य आणि आवड वाढवण्यासाठी विविध शैली आणि वयोगटातील पुस्तकांची निवड केली आहे.
अतिरिक्त वाचन महत्त्वाचे का:
शब्दसंग्रह आणि भाषा कौशल्ये वाढवते: विविध पुस्तके वाचल्याने विद्यार्थ्यांना नवीन शब्द, वाक्प्रचार आणि लेखनशैली समोर येतात, ज्यामुळे त्यांची शब्दसंग्रह आणि भाषा प्राविण्यता सुधारण्यास मदत होते.
सृजनशील विचारसरणीला प्रोत्साहन देते:विविध पुस्तकांमधील घटक,पात्रे आणि कथानकाचे विश्लेषण केल्याने विद्यार्थ्यांना गंभीरपणे विचार करण्यास, गृहितके प्रश्न विचारण्यास आणि त्यांची स्वतःची मते आणि दृष्टीकोन विकसित करण्यास प्रोत्साहन मिळते.
सहानुभूती आणि समज वाढवते: विविध पार्श्वभूमी आणि संस्कृतींमधील पात्रांबद्दलचे वाचन सहानुभूती आणि समजूतदारपणा वाढवते, विद्यार्थ्यांना इतरांबद्दल सहानुभूती आणि सहिष्णुता विकसित करण्यास मदत करते.
आयुष्यभर शिकण्यास प्रोत्साहन देते: लहान वयातच वाचनाची आवड निर्माण केल्याने आयुष्यभर शिकण्याची आवड, कुतूहल आणि बौद्धिक वाढीची सवय लागते जी शैक्षणिक कार्यांच्या पलीकडे असते.
विद्यार्थ्यांसाठी शिफारस केलेले अवांतर वाचनाची पुस्तके खालील प्रमाणे
अवांतर वाचनाची पुस्तके – (इयत्ता पहिली ते पाचवी विद्यार्थ्यांसाठी)
आकर्षक व रंगीत पुस्तके पहिली ते पाचवीच्या विद्यार्थ्याना नक्की वाचायला द्या…
पुस्तकाचे नाव | डाऊनलोड लिंक |
१. मुनमुन आणि मुन्नू | |
२. फुगलेली पोळी | |
३. मिलीचा फुगा | |
४. मजा आली | |
५. सप्तरंगी चेंडू | |
६. भूमातेचे पुत्र | |
७. पतंगाचे पेच | |
८. आउट | |
९. पोपट | |
१०. पाणी पुरी | |
११. मिलीचे केस | |
१२. मोनी | |
१३. सरबत | |
१४. उचकी | |
१५. बबलीच ढोलक | |
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१६. पिकलेला आंबा | |
१७. गहू | |
१८. गोड गोड गुलगुले | |
१९. लोकरीचा गुंडा | |
२०. चला पिपाणी बनवू | |
२१. चहा | |
२२. भात | |
२३. पत्रावळी | |
२४. मिलीची सायकल | |
२५. शूर मित्र | |
२६. पोपट आणि मांजर | |
२७. मिठाई | |
२८. आमचा पतंग | |
२९. मावशीचे पायमोजे | |
३०. माझ्यासारखी | |
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३१. झोका | |
३२. उद्या मारणारे पायमोजे | |
३३. जीतची पिपाणी | |
३४. लपाछपी | |
३५. विटी – दांडू | |
३६. तोशियाचे स्वप्न | |
३७.चुन्नी आणि मुन्नी | |
३८. तबला | |
३९. मिमीसाठी काय घेऊ | |
४०. आजीचा चष्मा | |
४१. कपिला गायीचे वासरू | |
४२. कणीस | |
४३. राणी | |
४४. फुलाची क्लिप | |
४५. मजा तलावाची |
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४६. टक टक | |
४७. एकाकी गोल्डी | |
४८. झालंच तर पकड मला … | |
४९. येरे येरे पावसा | |
५०. आळशी जूजू | |
५१. लहानगे बदकाचे पिल्लू | |
५२. असा रंगला रेल्वेचा खेळ | |
५३. सीमाची परसबाग | |
५४. चंदुची चाट | |
५५. श्रावणातील जत्रा | |
५६. आईसाठी गजरा | |
५७. चला सर्कस पाहू या ! | |
५८. बुलबुलची पिल्ले | |
५९. शोध घराचा | |
६०. भारी कोण | |
६१. सर्वश्रेष्ठ कोण | |
६२. चिडखोर गीता | |
६३. असे कसे घडले | |
६४. कावळ्याचे पिल्लू | |
६५. तीन ससे |
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६६. कदाचित ते असेल |