पगारदार व्यक्तीसाठी आयकर वजावटी व त्यासाठी लागणारी कागदपत्रे
आर्थिक
वर्ष
२०२०–२१
मध्ये
केंद्र
सरकारच्या
अर्थसंकल्पात
आयकर
कायद्यामध्ये
बदल
करण्यात
आले
आहेत.
त्यानुसार
आयकर
वसुलीचे
नवीन
आयकर
कलम
115 BAC नुसार
आर्थिक
वर्ष
२०२०–२१
च्या
आयकर
गणनेसाठी
New आणि
Old अश्या
दोन
पद्धती
ठरविण्यात
आल्या
आहेत.
करदर आर्थिक वर्ष : २०२०–२१ / आकारणी वर्ष २०२१–२२ साठी पुढीलप्रमाणे
Specifications |
Old Tax Regime |
New Tax Regime
| ||
Total Income (Rs.) | Income tax rate | Total Income (Rs.) | Income tax rate | |
Tax Slab | Up to 2,50,000 | Nill | Up to 2,50,000 | Nill |
From 2,50,001 To 5,00,000 | 5% | From 2,50,001 To 5,00,000 | 5% | |
From 5,00,001 To 7,50,000 | 20% | From 5,00,001 To 7,50,000 | 10% | |
From 7,50,001 To 10,00,000 | 20% | From 7,50,001 To 10,00,000 | 15% | |
From 10,00,001 To 12,50,000 | 30% | From 10,00,001 To 12,50,000 | 20% | |
From 12,50,001 To 15,00,000 | 30% | From 12,50,001 To 15,00,000 | 25% | |
Above 15,00,000 | 30% | Above 15,00,000 | 30% |
टीप :
१) 1 कोटीपेक्षा जास्त उत्पन्न असणान्या करदात्यांना 12% सरचार्ज भरावा लागेल.
२) 5 लाख पेक्षा कमी करपात्र उत्पन्न असणाऱ्या करदात्यांना रु.12500/- ची सुट आहे
(कलम
87अ नुसार)
३) नवीन पद्धत स्वीकारल्यावर पुढील वर्षापासून नवीन पद्धतीनेच कर आकारणी केली जाणार असून नवीन पद्धतीने कर आकारणी करताना पुढील 2-3 वर्षात करत असलेल्या गुंतवणुकीबाबत आधीच विचार करुन कर पद्धत निवडावी.
नवीन आणि जुन्यापद्धती नुसार कोणत्या वजावटी मिळणार व कोणत्या नाही
त्या पुढील प्रमाणे :-
Specifications | Old Tax Regime | New Tax Regime |
Professional | Rs.2500/- वजावट | वजावट मिळणार नाही. |
Standard | Rs.50,000 मिळेल | Rs.50,000 मिळणार नाही. |
Investment | जसे | फक्त 80CCD(2) (NPS मधील गुंतवणूक) मिळेल इतर गुंतवणुकीवर मिळणार नाही. |
Housing | Housing Loan Interest (Limit |
सूट मिळणार नाही.
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House | घर | घर भाडे सूट मिळणार नाही. |
Medical | जसे |
सूट मिळणार नाही.
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