एखाद्या
शब्दासाठी
त्याच
अर्थाचा
दुसरा शब्द
म्हणजे ‘ समानार्थी
शब्द ‘
होय.
‘ समानार्थी
शब्द ‘
होय.
समानार्थी
शब्द लिहिताना
दोन
शब्दांमध्ये ( = )
चिन्ह
देतात.
उदाहरणार्थ :-
पुढील
वाक्ये नीट
वाचा व
अधोरेखित
शब्दांकडे
लक्ष द्या.
१) आजी मला
रोज गोष्ट सांगते.
२)
पुस्तकातील
नवनवीन कथा वाचण्याचा
सईला छंद आहे.
३) राजूची कहाणी ऐकून
डोळ्यात पाणी
आले.
गोष्ट म्हणजेच कथा म्हणजेच कहाणी.
गोष्ट = कथा =
कहाणी
या सर्व
शब्दांचे
अर्थ सामान
आहेत. म्हणून
गोष्ट, कथा, कहाणी हे
समानार्थी
शब्द आहेत.
पुढे
पाहूया
समानार्थी
शब्द.
अनाथ
= पोरका
अनर्थ
= संकट
अपघात
= दुर्घटना
अपेक्षाभंग
= हिरमोड
अभिवादन
= नमस्कार, वंदन, प्रणाम
अभिनंदन
= गौरव
अभिमान
= गर्व
अभिनेता
= नट
अरण्य
= वन, जंगल, कानन, विपिन
अवघड
= कठीण
अवचित
= एकदम
अवर्षण
= दुष्काळ
अविरत
= सतत,
अखंड
अडचण
= समस्या
अभ्यास
= सराव, परिपाठ, व्यासंग
अन्न
= आहार, खाद्य
, , , , , , ,
अना
= आणि
अगणित
= असंख्य, अमर्याद
अचल
= शांत, स्थिर
अचंबा
= आश्चर्य, नवल
अतिथी
= पाहुणा
अत्याचार
= अन्याय
अपराध
= गुन्हा, दोष
अपमान
= मानभंग
अपाय
= इजा
अही
= साप,
भुजंग, सर्प, व्याळ, पन्नग, फनी
अश्रू
= आसू
अंबर
= वस्त्र
अंधार
= काळोख, तिमीर, तम
अमृत
= पीयूष, सुधा
अहंकार
= गर्व
अंक
= आकडा
आई
= माता, माय, जननी, माउली, जन्मदा, जन्मदात्री
आकाश
= आभाळ, गगन, नभ, अंबर, आवकाश, अंतरीक्ष, व्योम, ख, अंतराळ, वियत, वितान
आठवण
= स्मरण, स्मृती, सय
आठवडा
= सप्ताह
आनंद
= हर्ष, तोष, मोद, संतोष, प्रमोद, उल्हास, उद्धव
आजारी
= पीडित, रोगी
आयुष्य
= जीवन, हयात
आतुरता
= उत्सुकता
आरोपी
= गुन्हेगार, अपराधी
आश्चर्य
= नवल,
अचंबा, विस्मय, अचरथ, आचोज
आसन
= बैठक
आदर
= मान
आवाज
= ध्वनी, रव
आवाजमां
= आवाजात
आज्ञा
= आदेश, हुकूम
आपुलकी
= जवळीकता
आपत्ती
= संकट
आरसा
= दर्पण, मुकुर, आदर्श
आरंभ
= सुरवात
आशा
= इच्छा
आस
= मनीषा
आसक्ती
= लोभ
आळशी
= कुजर, निरुद्योगी, ऐदी, आळसट
आशीर्वाद
= शुभचिंतन
ओंजळभर
= अंजूरभर
ओझे
= वजन,
भार
ओढा
= झरा,
नाला
ओळख
= परिचय
औक्षण
= ओवाळणे
अंत
= शेवट
अंग
= शरीर
अंघोळ
= स्नान
अंधार
= काळोख, तिमिर
अंगण
= आवार
अंगार
= निखारा
अंतरिक्ष
= अवकाश इलाज = उपाय
इशारा
= सूचना
इंद्र
= सुरेंद्र, नाकेश, वसाव, सहस्त्राक्ष, वज्रपाणी, देवेंद्र
इहलोक
= मृत्युलोक
इर्षा =
चुरस
इच्छा
= आकांक्षा, आस, मनीषा, स्पृहा, लिप्सा, अपेक्षा
ईश्वर
= देव,
ईश, निर्जर, परमेश्वर, अलक्ष, सूर, विभूध, अलख, प्रभू, त्रिदश
उत्सव
= समारंभ, सण, सोहळा
उक्ती
= वचन
उशीर
= विलंब
उणीव
= कमतरता
उपवन
= बगीचा
उदर
= पोट
उदास
= खिन्न
उत्कर्ष
= भरभराट
उपद्रव
= त्रास
उपेक्षा
= हेळसांड
उठावाची
= उठायची
ऊर्जा
= शक्ती
ॠण
= कर्ज
ॠतू
= मोसम
ऋषी
= तपस्वी, मुनी, साधू, तापस
एकजूट
= एकी,
ऐक्य
ऐश्वर्य
= वैभव
ऐट
= रुबाब, डौल
कथा
= गोष्ट, कहाणी, हकिकत
कठीण
= अवघड
कविता
= काव्य, पद्य
करमणूक
= मनोरंजन
कठोर
= निर्दय
कनक
= सोने
कटी
= कंबर
कमळ
= पंकज, अंबुज, नलिनी, अळत, पद्म, सरोज, अंभोज, अरविंद, राजीव, अब्ज
कपाळ
= ललाट, भाल, कपोल, निढळ, अलिक
कष्ट
= श्रम, मेहनत
कंजूष
= कृपण
काम
= कार्य, काज
काठ
= किनारा, तीर, तट
काळ
= समय,
वेळ, अवधी
कान
= श्रवण
कावळा
= काक,
एकाक्ष, वायस
कालांतराने
= दिसामासा
काष्ठ
= लाकूड
कासव
= कूर्म, कामट, कमठ, कच्छप, कच्छ
किल्ला
= गड, दुर्ग
किमया
= जादू
कार्य
= काम
कार्यक्षम
= कुशल, दक्ष, निपुण, हुशार
कारागृह
= कैदखाना, तुरुंग
कीर्ती
= प्रसिद्धी, लौकिक, ख्याती
कुतूहल
= उत्सुकता
कुटुंब
= परिवार
कुशल
= हुशार, तरबेज
कुत्रा
= श्वान
कुटी
= झोपडी
कुचंबणा
= घुसमट
कृपण
= कंजूष
कृश
= हडकुळा
कोवळीक
= कोमलता
कोठार
= भांडार
कोळिष्टक
= जळमट
खण
= कप्पा
खल =
नीच,
दुष्ट, दुर्जन
खडक
= मोठा दगड, पाषाण
खटाटोप
= प्रयत्न
खग
= पक्षी, विहंग, व्दिज, अंडज, शकुन्त
खड्ग
= तलवार
खरेपणा
= न्यायनीती
ख्याती
= कीर्ती, प्रसिद्धी, लौकिक
खात्री
= विश्वास
खाली
जाणे = अधोगती
खाटा
करणे = आंबवणे
खिडकी
= गवाक्ष
खेडे
= गाव,
ग्राम
खोड्या
= चेष्टा, मस्करी
गरज
= आवश्यकता
गरवार
= गर्भवती
गवत
= तृण
गरुड
= खगेंद्र, खगेश्वर, तार्क्ष्य, वैनतेय
गणपती
= लंम्बोदर, गजानन, हेरंब, लक्षप्रद, निधी, धरणीधर, वक्रतुंड
गर्व
= अहंकार
गाय
= धेनू, गोमाता
गाणे
= गीत,
गान
गंमत
= मौज,
मजा
गंध
= वास,
दरवळ
ग्रंथ
= पुस्तक
गाव
= ग्राम, खेडे
गाजावाजा
झाला = कीर्ती
पसरली
गुन्हा
= अपराध
गुलामी
= दास्य
गोड
= मधुर
गोणी
= पोते
गोष्ट
= कहाणी, कथा
गौरव
= सन्मान
ग्राहक
= गिऱ्हाईक
घर
= सदन,
गृह, निकेतन, आलय, भवन, निवास, धाम, घृह
घरटे
= खोपा
घागर
= घडा,
मडके
घोडा
= अश्व, हय, वारू, तुरंग, वाजी
घोयका
= घोळका, जमाव
चव
= रुची, गोडी
चरण
= पाय,
पाऊल
चरितार्थ
= उदरनिर्वाह
चक्र
= चाक
चऱ्हाट
= दोरखंड
चाक
= चक्र
चंद्र
= शशी,
रजनीनाथ, इंदू , सुधाकर, निशानाथ, हिमांशू, शशांक, नक्षत्रेष, विधू, सोम
चांदणे
= कौमुदी, चंद्रप्रकाश, चंद्रिका, ज्योत्स्ना
चिंता
= काळजी
चिडीचूप
= शांत
चिमुरडी
= लहान
चूक
= दोष
चेहरा
= मुख
चौकशी
= विचारपूस
छंद
= नाद,
आवड
छान
= सुरेख, सुंदर
छिद्र
= भोक
जग
= दुनिया, विश्व
जत्रा
= मेळा
जन
= लोक,
जनता
जमीन
= भूमी, धरती, भुई
जंगल
= रान
ज्यातात
= जात्यात
जीव
= प्राण
जीवन
= आयुष्य, हयात
जुलूम
= अत्याचार, छळ, बळजोरी, अन्याय
झाड
= वृक्ष, तरू, पादप, द्रूप, गुल्म, अगम, विटप, शाखी
झोपडी
= कुटीर, खोप
झोप
= निद्रा
झोका
= झुला
झेंडा
= ध्वज, निशाण
झुंझुरका
= पहाटेस
टेकडी
= हुकडी
ठग
= चोर
ठिकाण
= स्थान
डोके
= मस्तक, शीर्ष, शीर
डोळा
= नेत्र, नयन, लोचन, चक्षु, अक्ष, आवळू, अंबक
डोया
= डोळा
डोंगर
= पर्वत, गिरी
ढग
= मेघ,
जलद, पयोधर, अभ्र, अंबूद, निरद, पयोद, अब्द, घन
ॠण
= कर्ज
तक्रार
= गाऱ्हाणे
तलाव
= तडाग, सरोवर, कासार
तळे
= तलाव, सरोवर, तडाग
त्वचा
= कातडी
तारण
= रक्षण
ताणीस्नी
= ताणून
ताल
= ठेका
तुरंग
= कैदखाना, बंदिवास
तुलना
= साम्य
तोंड
= तुंड, वक्र, आनन, वदन, मुख
थट्टा
= मस्करी, चेष्टा
थवा
= समूह
थोबाड
= गालपट
दगड
= पाषाण, खडक
दरवाजा
= दार,
कवाड
दाम
= पैसा
दृश्य
= देखावा
दृढता
= मजबुती
दिवस
= दिन,
वार, वासर
दिवा
= दीप,
दीपक
दूध
= दुग्ध, पय, क्षिर
द्वेष
= मत्सर, हेवा
देव
= ईश्वर, विधाता
देह
= तनु,
तन, काया, वपू, शरीर
देश
= राष्ट्र
देखावा
= दृश्य
देखत
= बघत,
पाहत
दार
= दरवाजा
दारिद्र्य
= गरिबी
दौलत
= संपत्ती, धन
धरती
= भूमी, धरणी
ध्वनी
= आवाज, रव
नदी
= सरिता, तटिनी, तरंगिणी, जलवाहिनी
नजर
= दृष्टी
नवरा
=भ्रतार, वल्लभ, पती, कांत, नाथ, दादला, धव, अम्बुला, कवेश
नक्कल
= प्रतिकृती
नमस्कार
= वंदन, नमन
नातेवाईक
= नातलग
नाच
= नृत्य
निश्चय
= निर्धार
निर्धार
= निश्चय
निर्मळ
= स्वच्छ
नियम
= पद्धत
निष्ठा
= श्रद्धा
नृत्य
= नाच
नोकर
= सेवक
न्हौतं
= नव्हते
परिश्रम
= कष्ट, मेहनत
पती
= नवरा, वर
पत्र
= टपाल
पहाट
= उषा
परीक्षा
= कसोटी
पर्वा
= चिंता, काळजी
पर्वत
= डोंगर, गिरी, अचल, शैल, अद्री
पक्षी
= पाखरू, खग, विहंग, व्दिज, अंडज
पाडा
= आदीवासींची
१०-१५ घरांची वस्ती
प्रकाश
= उजेड
प्रवास
= सफर,
फेरफटका, पर्यटन
प्रवासी
= वाटसरू, पांथस्थ, मार्गिक
प्रजा
= लोक
प्रत
– नक्कल
पत्नी
= बायको, अम्बुला, अस्तुरी, अर्धागी, भार्या, कांता, दारा, जाया, सहधर्मचारिणी
प्रदेश
= प्रांत
प्रवास
= यात्रा
प्राण
= जीव
पान
= पत्र, पत्ता, पर्ण
प्रासाद
= वाडा
पाखरू
= पक्षी
पाऊल
= पाय,
चरण
पाऊलवाट
= पायवाट
प्रार्थना
= स्तवन
प्रामाणिकपणा
= इमानदारी
प्रारंभ
= सुरुवात, आरंभ
प्रेम
= प्रीती, माया, जिव्हाळा
प्रोत्साहन
= उत्तेजन
पोपट
= राघू, शुक
पाऊस
= वर्षा, पर्जन्य
पाणी
= जल, नीर, तोय, उदक, जीवन, सलिल, पय, अंबू, अंभ, वारी
पिशवी
= थैली
पुस्तक
= ग्रंथ
पुतळा
= प्रतिमा, बाहुले
पुरातन
= प्राचीन
पुंजा
= पूजन
पृथ्वी
= धरणी, जमीन, वसुंधरा, वसुधा, धरा, भुमी, धरित्री, मही, अवनी, भू, क्षमा, उरबी, कुंभिनी, मेदिनी, विश्वंभरा, क्षिती
फलक
= फळा
फांदी
शाखा
फूल
= पुष्प, सुमन, कुसुम
बदल
= फेरफार, कलाटणी
बर्फ
= हिम
बहीण
= भगिनी
बक्षीस
= पारितोषिक, पुरस्कार
बाग
= बगीचा, उद्यान, वाटिका
बासरी
= पावा
बेत
= योजना
बाळ
= बालक
बाप
= पिता, वडील, जनक
बादशाहा
= सम्राट
बुद्धी
= मती
ब्रीद
= बाणा
भरवसा
= विश्वास
भरारी
= झेप,
उड्डाण
भव्य
= टोलेजंग
भुंगा
= भ्रमर, भृंग, मिलिंद, मधुकर
भाट
= स्तुतिपाठक
भारती
= भाषा, वैखरी
भांडण
= तंटा
भाळ
= कपाळ
भाऊ
= बंधू, सहोदर, भ्राता
भेसळ
= मिलावट
भेदभाव
= फरक
भोजन
= जेवण
भोंग
= खोपटे, झोपडी
मदत
= साहाय्य
ममता
= माया, जिव्हाळा, वात्सल्य
मन
= चित्त, अंतःकरण
मजूर
= कामगार
महिना
= मास
महिला
= स्त्री, बाई, ललना
मजूर
= कामगार
मस्तक
= डोके, शीर, माथा
मानवता
= माणुसकी
मान
= गळा
माणूस
= मानव
मंगल
= पवित्र
मंदिर
= देऊळ, देवालय
मंदपणा
= मंडपाच्या
मंडपामां
= मंडपामध्ये
मार्ग
= रस्ता, वाट
म्होरक्या
= पुढारी, नेता
मोहाची
फुले = मोवा
मित्र
= दोस्त, सोबती, सखा, सवंगडी
मिष्टान्न
= गोडधोड
मुलगा
= पुत्र, सुत, तनय, नंदन, तनुत
मुलगी
= कन्या, तनया, दुहिता, नंदिनी, आत्मजा
मुद्रा
= चेहरा, मुख, तोंड, वदन
मुख
= तोंड, चेहरा
मुलुख
= प्रदेश, प्रांत, परगणा
मेहनत
= कष्ट, श्रम, परिश्रम
मैत्री
= दोस्ती
मौज
= मजा,
गंमत
यश
= सफलता
युक्ती
= विचार, शक्कल
युद्ध
= लढाई, संग्राम, लढा, समर
येतवरी
= येईपर्यंत
योद्धा
= लढवय्या
रक्त
= रुधिर
रणांगण
= रणभूमी, समरांगण
र्हास
= हानी
राग
= क्रोध, संताप, चीड
राजा
= नरेश, नृप, भूपाल, राणा, राया
राष्ट्र
= देश
रांग
= ओळ
रात्र
= निशा, रजनी, यामिनी
रान
= वन, जंगल, अरण्य, कानन
रूप
= सौंदर्य
रुबाब
= ऐट, तोरा
रेखीव
= सुंदर, सुबक
लग्न
= विवाह, परिणय
लाट
= लहर
लाज
= शरम,
लोभ
= हाव
लोटके
= मडके
वरचा
= वद्राचा
वडील
= पिता
वस्त्र
= कपडा
वद्रा
= वर
वारा
= वात,
पवन, अनिल, मारुत, समीर, वायू
वाट
= मार्ग, रस्ता
वाद्य
= वाजप
वातावरण
= रागरंग
वेग
= गती
वेळ
= समय,
प्रहर
वेळू
= बांबू
वेश
= सोशाख
वेदना
= यातना
विश्रांती
= विसावा, आराम
वितरण
= वाटप, वाटणी
विद्या
= ज्ञान
विनंती
= विनवणी
विरोध
= प्रतिकार, विसंगती
विसावा
= विश्रांती, आराम
विश्व
= जग, दुनिया
वीज
= विद्युर, सौदामिनी
वृत्ती
= स्वभाव
वृद्ध
= म्हातारा
वैराण
= ओसाड, भकास, उजाड
वैरी
= शत्रू, दुष्मन
वैषम्य
= विषाद
व्यवसाय
= धंदा
व्याख्यान
= भाषण
शरीर
= देह,
तनू, काया, कुडी, अंग
शक्ती
= सामर्थ्य, जोर, बळ
शर्यत
= स्पर्धा, होड, चुरस
शहर
= नगर
शंकर
= चंद्रचूड
श्वापद
= जनावर
शास्त्रज्ञ
= वैज्ञानिक
शाळा
= विद्यालय
शाळुंका
= शिविलिंग
शेत
= शिवार, वावर, क्षेत्र
शिवार
= शेत,
वावर
शीण
= थकवा
शील
= चारित्र्य
शीतल
= थंड,
गार
शिक्षा
= दंड,
शासन
श्रम
= कष्ट, मेहनत
सकाळ
= प्रभात, उष:काल
सचोटी
= खरेपणा
सफाई
= स्वच्छता
सवलत
= सूट
सजा
= शिक्षा
सन्मान
= आदर
सांगत
= म्हणत
संकट
= आपत्ती
संधी
= मोका
संत
= सज्जन, साधू
संपत्ती
= धन, दौलत, संपदा
सायंकाळ
= संध्याकाळ
सावली
= छाया
साथी
= सोबती, मित्र, दोस्त, सखा
स्तुती
= प्रशंसा
स्पर्धा
= चुरस, शर्यत, होड, पैज
स्थान
= ठिकाण, वास, ठाव
स्त्री
= बाई,
महिला, ललना
संध्याकाळ
= सायंकाळ, सांज
स्फूर्ती
= प्रेरणा
स्वच्छता
= झाडलोट
सुवास
= सुगंध, परिमल, दरवळ
सुंदर
= सुरेख, रमणीय, मनोहर, छान
सागर
= समुद्र, सिंधू, रत्नाकर, जलधी, दर्या, अर्णव
सावली
= छाया
सामर्थ्य
= शक्ती, बळ
साहित्य
= लिखाण
सेवा
= शुश्रूषा
सिनेमा
= चित्रपट, बोलपट
सिंह
= केसरी, मृगराज, वनराज
सीग
= शीग
सुविधा
= सोय
सुगंध
= सुवास, परिमळ, दरवळ
सूत
= धागा, दोरा
सूर
= स्वर
सूर्य
= रवी,
भास्कर, दिनकर, सविता, मित्र, अरुण, भानू, आदित्य
सोने
= सुवर्ण, कांचन, हेम, कनक
सोहळा
= समारंभ
हद्द
= सीमा, शीव
हत्ती
= गज, पिलू, सारंग, कुंजर
हर्दमच्यावानी
=
नेहमीप्रमाणे
हल्ला
= चढाई
हळू
चालणे =
मंदगती
हकिकत
= गोष्ट, कहाणी, कथा
हात
= हस्त, कर, बाहू
हाक
= साद
हारीच
= एकत्र
हित
= कल्याण
हिंमत
= धैर्य
हुकूमत
= अधिकार
हुरूप
= उत्साह
हुबेहूब
= तंतोतंत
हुभा
= उभा
हेका
= हट्ट, आग्रह
क्षमा
= माफी